नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करने जा रहे हैं उस फिल्म की जिसने दिवाली के साथ-साथ दिलों में भी आग लगा दी — Ek Deewane Ki Deewaniyat।
कल्पना कीजिए, एक ताकतवर पॉलिटिशियन, जिसकी पूरी जिंदगी कंट्रोल और पावर के इर्द-गिर्द घूमती है, अचानक एक सुपरस्टार की मुस्कान देखकर सब कुछ भूल जाता है। यही है इस फिल्म की कहानी — प्यार, जुनून और दीवानगी के बीच डोलती हुई एक क्लासिक रोमांटिक थ्रिलर।
मिलाप जावेरी का निर्देशन और हरिशंकर राणे का दमदार अभिनय इस फिल्म को एक इमोशनल रोलरकोस्टर बना देता है। अगर आपको 90s की रोमांटिक दीवानगी वाली फिल्में पसंद हैं — जैसे Darr, Saaya या Saawariya — तो यह फिल्म आपके लिए है।
कहानी की झलक: प्यार या जुनून? | Ek Deewane Ki Deewaniyat Review
फिल्म की शुरुआत होती है मुंबई की चमक-धमक से। विक्रमादित्य भोसले (हरिशंकर राणे) एक यंग और महत्वाकांक्षी पॉलिटिशियन हैं जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में हैं। उनकी जिंदगी तब बदल जाती है जब उनकी मुलाकात होती है बॉलीवुड सुपरस्टार आदां रंधावा (सोनम बाजवा) से।
पहली नजर का प्यार धीरे-धीरे ऑब्सेशन में बदल जाता है। फिल्म का पहला हाफ थोड़ा स्लो है लेकिन इंटरवल के बाद कहानी तेजी पकड़ती है। यहां प्यार सिर्फ रोमांस नहीं, बल्कि पावर और रिवेंज का कॉम्बिनेशन बन जाता है।
मिलाप जावेरी ने इस फिल्म में एक अहम सवाल उठाया है — क्या प्यार में दीवानगी तक पहुंचना सही है या खतरनाक?
अगर आप रोमांटिक थ्रिलर और इमोशनल ड्रामा के फैन हैं, तो यह फिल्म आपको जरूर बांधे रखेगी।
अभिनय का जादू: राणे की दीवानगी और बाजवा की गरिमा
Ek Deewane Ki Deewaniyat Review का सबसे बड़ा आकर्षण है इसका परफॉर्मेंस सेक्शन।
हरिशंकर राणे ने विक्रमादित्य के किरदार में जान डाल दी है। उनकी आंखों में जो पागलपन और दर्द झलकता है, वही फिल्म की असली जान है। उनका डायलॉग — “पावर से ज्यादा पावर प्यार में है” — फिल्म का हाइलाइट बन चुका है।
वहीं सोनम बाजवा ने अपने किरदार ‘आदां रंधावा’ को ग्रेस और स्ट्रेंथ के साथ निभाया है। वो सिर्फ ग्लैमरस नहीं लगतीं, बल्कि एक सशक्त महिला की छवि भी पेश करती हैं। उनका हर सीन फीलिंग्स से भरा हुआ है।
सपोर्टिंग कास्ट में सचिन खेडेकर और शाद रंधावा ने अच्छा काम किया है, लेकिन कहानी का फोकस पूरी तरह से लीड कपल पर ही रहता है।
संगीत और सिनेमैटोग्राफी: फिल्म की आत्मा

किसी भी रोमांटिक फिल्म की जान उसका म्यूजिक होता है, और Ek Deewane Ki Deewaniyat Review में यह बात एकदम सही साबित होती है।
विषाल मिश्रा और कुनाल वर्मा का संगीत दिल को छू लेने वाला है। टाइटल ट्रैक “दीवानियत” पहले से ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है।
“बोल कफ्फारा” और “हम बस तेरे हैं” जैसे सॉन्ग्स फिल्म के इमोशनल मोमेंट्स को और गहराई देते हैं।
सिनेमैटोग्राफर निगम बोंजान ने मुंबई की रातों को, पॉलिटिकल रैलियों को और रोमांस के दृश्यों को शानदार तरीके से कैप्चर किया है।
निर्देशन और स्क्रिप्ट: पुरानी वाइब, नया अंदाज़
मिलाप जावेरी ने इस फिल्म को एक नॉस्टैल्जिक टच दिया है। उन्होंने 90s की फिलिंग को मॉडर्न एंगल से जोड़ने की कोशिश की है।
स्क्रिप्ट में मुश्ताक शेख के लिखे डायलॉग्स जान डालते हैं, जैसे – अगर जमीर सोने न दे तो बैंक में नींद खरीदने का बैलेंस होना चाहिए।
हालांकि कहानी कुछ जगहों पर प्रेडिक्टेबल लगती है और कुछ सीन ओवरड्रामेटिक हैं, लेकिन फिल्म का क्लाइमेक्स शानदार है – पॉलिटिकल थीम और ट्रेजिक रोमांस का जबरदस्त मेल।
Pros and Cons: एक नजर में
| Pros (फायदे) | Cons (कमियां) |
|---|---|
| हरिशंकर राणे का पावरफुल परफॉर्मेंस | कुछ सीन ओवर-द-टॉप और स्ट्रेच्ड |
| सोनम बाजवा की स्ट्रॉन्ग स्क्रीन प्रेजेंस | कहानी थोड़ी प्रेडिक्टेबल |
| शानदार म्यूजिक और टाइट एडिटिंग | सपोर्टिंग रोल्स का कम यूज़ |
| इमोशनल केमिस्ट्री और विजुअल अपील | फर्स्ट हाफ का स्लो पेस |
| दिवाली पर बॉक्स ऑफिस पर मजबूत ओपनिंग | कंसेंट जैसे मुद्दे को हल्के में लिया गया |
Box Office Report: दिवाली पर हिट या मिस?
Ek Deewane Ki Deewaniyat Review में बॉक्स ऑफिस की बात जरूरी है।
फिल्म ने पहले दिन ₹10.10 करोड़ की धमाकेदार ओपनिंग की, जो इसके बजट का लगभग 40% है।
“ठम्मा” जैसी बड़ी रिलीज के बावजूद, इसने दिवाली पर शानदार परफॉर्मेंस दी है।
अब तक फिल्म का टोटल ग्रॉस ₹40 करोड़ पार कर चुका है और अगर वीकेंड अच्छा रहा, तो यह हिट साबित हो सकती है।
OTT पर इसके Netflix या Prime Video पर आने की उम्मीद है अगले 4–6 हफ्तों में।
FAQs: दर्शकों के सवालों के जवाब
1. Ek Deewane Ki Deewaniyat किसे देखनी चाहिए?
जो लोग रोमांटिक ड्रामा और 90s की बॉलीवुड फील पसंद करते हैं, उनके लिए परफेक्ट है।
2. IMDb रेटिंग क्या है?
IMDb पर 4.9/10 और TOI पर 2.5/5। मेरा पर्सनल स्कोर: 3/5 – सिर्फ म्यूजिक और परफॉर्मेंस के लिए।
3. OTT रिलीज डेट?
संभावना है कि यह फिल्म 4–6 हफ्तों में Netflix या Prime Video पर रिलीज होगी।
4. क्या यह ‘Darr’ जैसी है?
थीम थोड़ी मिलती-जुलती है – ऑब्सेसिव लव, लेकिन यहां पॉलिटिकल एंगल भी जुड़ा है।
5. फैमिली के साथ देख सकते हैं?
16+ ऑडियंस के लिए बेहतर है, क्योंकि कुछ सीन इंटेंस हैं।
प्यार या दीवानगी – फैसला आपका
दोस्तों, Ek Deewane Ki Deewaniyat Review का निचोड़ यही है कि यह फिल्म परफेक्ट नहीं, लेकिन दिल से बनाई गई है।
हरिशंकर राणे और सोनम बाजवा की जोड़ी स्क्रीन पर केमिस्ट्री की नई परिभाषा देती है।
म्यूजिक, इमोशन और नॉस्टैल्जिया का ये मिक्स दिवाली के लिए परफेक्ट एंटरटेनमेंट पैकेज है।
अगर आप थिएटर में एक इमोशनल और इंटेंस लव स्टोरी देखना चाहते हैं, तो Ek Deewane Ki Deewaniyat जरूर देखें।
या फिर OTT पर इसका इंतजार करें — क्योंकि दीवानगी कभी पुरानी नहीं होती।
Disclaimer: इस Ek Deewane Ki Deewaniyat Review में दी गई जानकारी केवल मनोरंजन और जानकारी के उद्देश्य से है। इसमें व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं और फिल्म निर्माताओं से कोई संबंध नहीं रखते।
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